THN Network
NEW DELHI: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, प्रदूषण से अभी इससे ज्यादा राहत की संभावना नहीं है। इस वजह से रविवार सहित अगले छह दिनों तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी रहेगी।
एक दिन पहले गंभीर श्रेणी में था एक्यूआई
स्वास्थ्य संबंधी हुई परिशानियां
इस वजह से सुबह में आंखों में जलन, गले में खराश जैसी परेशानियां महसूस की गई। बाद में दिन साफ होने और दक्षिण पूर्व की तरफ से धीमी हवा चलने से एयर इंडेक्स में कमी आई।
कई प्रदूषण निगरानी केंद्र रहे बंद
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली का औसतन एयर इंडेक्स 389 रहा, जो बेहद खराब श्रेणी में है। लेकिन 38 में से 19 प्रदूषण निगरानी केंद्र बंद रहे। अन्य 19 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में नौ जगहों पर एयर इंडेक्स 400 से अधिक गंभीर श्रेणी में रहा।
आईआईटी कानपुर और दिल्ली सरकार द्वारा संचालित आर-आसमान पोर्टल के अनुसार, दिल्ली के प्रदूषण में लकड़ी, पराली, उपले जैसे बायोमास जलाने के कारण निकलने वाले धुएं की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत, वाहनों की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत, सेकेंडरी एरोसोल की 28 प्रतिशत, कोल व ऐश की तीन प्रतिशत, कूड़े के धुएं की एक प्रतिशत और अन्य की हिस्सेदारी पांच प्रतिशत रही।
एनसीआर के शहरों में फरीदाबाद में प्रदूषण सबसे अधिक रहा। वहां का एयर इंडेक्स 416 होने से हवा गंभीर श्रेणी में रही। एनसीआर के अन्य प्रमुख शहरों एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में रही।
इहबास में प्रदूषण सबसे कम
दिल्ली में इहबास अस्पताल और इसके आसपास के इलाके में प्रदूषण सबसे कम है। वहां अभी एयर इंडेक्स 269 रहा जो खराब श्रेणी में है। इसलिए इहबास अस्पताल के आसपास की आबोहवा दिल्ली के अन्य इलाकों की तुलना में थोड़ी बेहतर है।
एनसीआर के शहरों में एयर इंडेक्स
दिल्ली- 389
फरीदाबाद- 417
गाजियाबाद- 389
गुरुग्राम- 336
ग्रेटर नोएडा- 368
नोएडा- 366
दिल्ली के अधिक प्रदूषित इलाके का सुबह दस बजे का एयर इंडेक्स
जहांगीरपुरी- 464
विवेक विहार- 462
पटपड़गंज- 461
बवाना- 461
वजीरपुर- 457
सोनिया विहार- 456
नेहरू नगर का- 455
0 Comments