THN Network (Delhi / NCR Desk):
उत्तर प्रदेश के नोएडा में देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा (Noida Airport) विकसित हो रहा है. हवाई अड्डा के विकास के पहले चरण काम अंतिम चरण में है. दूसरे चरण (Second Phase) का काम भी बहुत जल्द शुरू होने की संभावना है. इस बात को ध्यान में रखते हुए जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (International Airport) के दूसरे चरण के विकास से लगभग 18,500 परिवार प्रभावित होंगे. इन परिवारों में 13,000 से अधिक को कही और स्थानांतरित करना होगा. जेवर से विधायक धीरेंद्र सिंह ने ये भी कहा कि ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि जिन परिवारों को स्थानांतरित करने की आवश्यकता है, उनके पास अब पुनर्वास (rehabilitation) के लिए दो विकल्प होंगे. ये स्थान फलेदा कट के पास और मॉडलपुर में हैं. इनमें से किसी एक का विकल्प लोग चुना सकते हैं. किसे कहां पर शिफ्ट होना है, इस बात का फैसला लोगों को खुद ही करना होगा. इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को देने की जरूरत है, ताकि उसी हिसाब से अधिकारी लोगों के पुनर्वास पर प्रभावी तरीके से काम कर सकें.
5000 हजार हेक्टेयर में बनेगा हवाईअड्डा
इस मामले में जेवर के उप जिलाधिकारी (SDM) अभय सिंह के साथ बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा, ‘‘किसानों के पास अपनी सुविधा के अनुसार पुनर्वास और पुनर्वास स्थान चुनने का विकल्प है.’’ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक ने कहा, ‘‘आगामी फिल्म सिटी के करीब फलेदा कट में लगभग 120 हेक्टेयर और मॉडलपुर में 60 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध है, जो खुर्जा रोड पर जेवर शहर के पास स्थित है.’’ उन्होंने कहा कि चार चरणों में कार्य संपन्न होने पर नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लगभग 5,000 हेक्टेयर में फैला होगा और इसे भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनाने की योजना है.
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