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सूरकुंड मेला: पेरिस और इटली तक धूम मचा रही यह बनारसी साड़ी, कारीगर कमालुद्दीन को मिल चुका है संत कबीर पुरस्कार - Surajkund Mela


फरीदाबाद। प्रत्येक भारतीय नारी का स्वप्न और अभिलाषा होती है कि उसके पास कम से कम एक बनारसी साड़ी तो अवश्य हो। यही कारण है कि उत्तर भारत में विवाह समारोहों और अन्य पवित्र अवसरों के लिए बनारसी साड़ियों का परिधान अनिवार्य हो गया है। रेशम कीटों से निर्मित रेशम के अखंड तंतुओं से बुने बिना सिलाई किए गए ये वस्त्र अपनी परतों में एक विशेष संस्कृति को संजोये हुए हैं। यूं तो गहन और जटिल कलाकृतियों की बनारसी साड़ियों के अनेक प्रकार हैं।

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