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Delhi News: डेंगू के मामले बढ़ने का न करें इंतजार, रोकथाम में लापरवाही आगे पड़ सकती है भारी

THN Network 



NEW DELHI: राजधानी दिल्ली में इन दिनों आई फ्लू का संक्रमण बढ़ा हुआ है। डेंगू के मामले अभी पिछले वर्षों के मुकाबले अधिक आ रहे हैं। इसके अलावा कई तरह की जलजनित और मच्छरजनित बीमारियां हो रही हैं।

इन दिनों होने वाली बीमारियों, उससे बचाव, मलेरिया और डेंगू के बढ़ते खतरे और उसकी रोकथाम के संदर्भ में सफदरजंग अस्पताल के निदेशक प्रोफेसर डॉ. जुगल किशोर से रणविजय सिंह ने बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश.. 


इन दिनों डेंगू, मलेरिया, आई फ्लू सहित कई बीमारियां फैली हुई हैं, इसका क्या कारण है?

वर्षा में वायरस, बैक्टीरिया और पैरासाइट सक्रिय हो जाते हैं, जो दूषित खानपान, मच्छरों के काटने और वातावरण के माध्यमों से शरीर में पहुंचकर बीमार करते हैं। जगह-जगह जलभराव और साफ-सफाई की कमी के कारण इन दिनों में बीमारियां होती हैं। यह देखा गया है कि इन दिनों पेट से संबंधित बीमारियां, हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस ई, टाइफाइड व हैजा के मामले बढ़ जाते हैं। फूड प्वाइजनिंग के मामले भी बढ़ते हैं।

एडिनोवायरस के कारण आई फ्लू फैला है, जो कुछ दिनों में नियंत्रित हो जाएगा। साफ पानी में डेंगू के संवाहक एडीज मच्छर, गंदे पानी में क्यूलेक्स और एनाफिलीज मच्छर पनपते हैं। पिछले कुछ वर्षों से मानसून के दौरान डेंगू के मामले अधिक देखे जाते हैं। वर्ष 2017 में देश भर में डेंगू के करीब 1.88 लाख मामले रिपोर्ट हुए थे, जबकि पिछले ढाई लाख मामले आए थे। दिल्ली में भी हजारों मामले रिपोर्ट होते हैं। 

इस बार डेंगू के टाइप-2 का संक्रमण फैला हुआ है, यह कितना चिंताजनक है? -

दिल्ली सहित उत्तर भारत में ज्यादातर टाइप-2 का ही संक्रमण अधिक होता है। टाइप-एक का संक्रमण बहुत हल्का होता है। टाइप-2 थोड़ा घातक होता है। पिछले वर्ष भी इसका संक्रमण ही ज्यादा था। इसलिए बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। इसका पहली बार संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं होता। दूसरी बार इसका संक्रमण ज्यादा घातक होता है, क्योंकि पहली बार संक्रमण होने के बाद शरीर में विकसित एंटीबाडी दूसरी बार संक्रमण होने पर ज्यादा सक्रिय हो जाती है और प्लेटलेट्स को नुकसान पहुंचाने लगती हैं। इस वजह से हेमरेजिक बुखार का खतरा रहता है। 

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