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Mukarba Chowk का नाम बदला, बदहाली नहीं!

 THN Network (Desk): URMILA SALIL

  • # मुकरबा चौक पर आज तक नहीं चली लिफ्ट
  • #एस्केलेटर रहते हैं खराब
  • #रात में सीढ़ियों पर रहता है अंधेरा


New Delhi : नार्थ-आउटर दिल्ली का सबसे व्यस्त चौराहा जिसको पहले मुकरबा चौक के नाम से जाना जाता था, दिल्ली सरकार ने इस चौक का नाम पिछले दिनों शहीद विक्रम बत्रा चौक रख दिया है। लेकिन वास्तव में एक शहीद के नाम से मशहूर यह चौक काफी दिनों से सुविधाओं के लिए तरस रहा है।

जब इस चौक को बनाया गया था तो यहां पर दोनों तरफ़ यात्रियों की सुविधा के लिए लिफ्ट भी लगाई गई थी, लेकिन यहां से गुजरने वाले यात्रियों का दुर्भाग्य है कि आजतक एक दिन भी लिफ्ट नहीं चली। जब इस चौक का नाम बदला गया था तो खुद दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने यहां आकर सुविधाओं की लंबी लिस्ट गिनाई थी।

यहां पर लगे एस्केलेटर हर समय खराब ही रहते हैं। मेन एस्केलेटर तो लगने के बाद से आज तक चला ही नहीं है। नीचे का एक छोटा एस्केलेटर कभी-कभी चला दिया जाता है, ताकि आने जाने वालों को लगे कि एस्केलेटर चल रहे हैं।

एस्केलेटर का सामान देखरेख के अभाव में चोरी हो गया है, जिसको लोक निर्माण विभाग ने दोबारा ठीक करने की कोशिश ही नहीं की, जो बन्द पड़े हुए हैं।
रात को सीढ़ियों में अंधेरा रहता है, लाइट खराब हो गई है, कई बार हिजड़े भी सीढ़ियों पर खड़े होकर आने जाने वालों को परेशान करते हैं।

इतने बड़े शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के नाम से जुड़ा होने के कारण इस चौक पर जाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है, क्योंकि फ्लाई ओवर की ऊंचाई काफी होने के कारण काफी सीढ़ी चढ़ना पड़ता है, जिसमें सामान लेकर जाने वाले यात्री, दिल के मरीज, विकलांग और महिलाओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इस चौक से जम्मू कश्मीर, हिमाचल, शिमला, चंडीगढ़, भिवानी और यहां तक कि पाकिस्तान जाने वाली बस भी इसी चौक से होकर गुजरती है।

यहां से रोजाना जाने वाले यात्री Advocate मधुर भारद्वाज ने बताया की यहां पर कभी भी एस्केलेटर और लिफ्ट ठीक नहीं रहते, कई यात्री सामान के साथ सीढ़ी पर जाते हुए बेहोश हो जाते हैं।
दैनिक यात्री राजेंद्र कुमार भारद्वाज ने बताया की मुझे कई बार बुजुर्ग यात्रियों को सहारा देकर ऊपर चढ़ाना पड़ता है।
संबंधित लोक निर्माण के अधिकारियों को तुरंत लिफ्ट और एस्केलेटर ठीक कराने की आवश्यकता है, पहले भी कई बार शिकायत की गई है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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