Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

मेट्रो में बुजुर्ग से धक्‍कामुक्‍की, जड़े थप्‍पड़... क्‍या यही है दिल वालों की दिल्‍ली! Delhi kaise logo ki?

THN Network


नई दिल्‍ली: हाल के दिनों में दिल्‍ली मेट्रो कई गलत कारणों से लगातार सुर्खियों में रही है। अब इसका एक और शर्मसार करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें बुजुर्ग के साथ एक व्‍यक्ति को धक्‍कामुक्‍की और थप्‍पड़ जड़ते देखा जा सकता है। झगड़े का सटीक कारण और तारीख तो अभी तक नहीं पता है। लेकिन, ऐसा लगता है कि यह तब शुरू हुआ जब बुजुर्ग व्यक्ति ने गलती से एक शख्‍स पर पैर रख दिया। इसने दिल्लीवासियों के व्यवहार के बारे में बहस छेड़ दी है। यह दिखाता है कि लोग किस कदर शॉर्ट-टेम्‍पर्ड हो चुके हैं। जरा सी बात पर वो मरने-मारने पर उतारू हो जाते हैं। यह किसी भी सभ्‍य समाज के लिए सही उदाहरण पेश नहीं करता है।

वीडियो फुटेज में एक व्यक्ति को बेहद आक्रामक तरीके से बुजुर्ग यात्री से भिड़ते और यहां तक कि शारीरिक हिंसा करते दिखाया गया है। अन्य यात्री तुरंत सीनियर सिटीजन का बचाव करते दिखते हैं। वो हमलावर को दूर धकेल देते हैं। उन्‍हें बुजुर्ग यात्री के सपोर्ट में खड़े होते देखा जा सकता है। बताया जाता है कि मारपीट करने वाले शख्‍स पर बुजुर्ग का पैर पड़ गया था। इसी से वह आगबबूला हो गया।
यह पहली बार नहीं है कि दिल्ली मेट्रो का कोई वीडियो वायरल हुआ है। इसके पहले दिल्ली मेट्रो के अंदर दांत साफ करते एक शख्स का वीडियो सामने आया था। इसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी थी। कुछ समय पहले दिल्ली मेट्रो में अनाप-शनाप कपड़ों में सफर कर रही महिला का वीडियो क्लिप सामने आने पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। इसके तुरंत बाद दिल्ली मेट्रो प्लेटफॉर्म पर डांस करती महिला का वीडियो वायरल हुआ था।

कभी अभद्र व्‍यवहार और मारपीट तो कभी ऊटपटांग के स्‍टंट इन बातों से डीएमआरसी (दिल्‍ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) भी परेशान है। उसकी सभी वॉर्निंग को लोग धता बता रहे हैं। बुजुर्ग के साथ मारपीट का वीडियो तो और भी शर्मनाक है। इसने दिल्‍ली वालों के आचरण पर ही सवाल उठा दिए हैं। दिल्‍ली दिल वालों की कही जाती है। लेकिन, जब ऐसे वीडियो सामने आते हैं तो सवाल उठना भी लाजिमी है। क्‍या दिल वाले इतनी छोटी बात पर नाराज हो जाते हैं? क्‍या दिल वालों का दिल इतना छोटा होता है? क्‍या दिल वाले इतने नासमझ होते हैं? तमगा मिलने से कुछ नहीं होता है। उसके लिए वैसा ही करके और जीकर दिखाना पड़ता है। ये बुजुर्ग कल आपके और हमारे माता-पिता भी हो सकते हैं।

Post a Comment

0 Comments